कृष्ण-सुदामा की मैत्री मित्रता की अनूठी मिसाल – मनोहरदास
बेंगलूरु। सीरवी सेवा संघ ट्रस्ट (रजि.) लिंगराजपुरम के तत्वावधान में शारदीय नवरात्रि के उपलक्ष्य में केएसएफसी. लेआऊट स्थित संघ भवन (बडेर) में आयोजित संगीतमय श्रीमद भागवत कथा, दिव्य झांकियों एवं गरबा डांडिया का कार्यक्रम अत्यंत उल्लासमय वातावरण में श्रद्धा व भक्तिभाव के साथ चल रहा है।
रविवार को कथावाचक मनोहरदास महाराज ने श्रीकृष्ण लीला, कृष्ण-सुदामा मैत्री एवं तुलसी पूजन से जुड़े विविध प्रसंगों की कथा सुनाई। मानव जीवन में मित्रता के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि कृष्ण और सुदामा की मित्रता सच्चे मैत्री भाव का उत्कृष्ट उदाहरण है। मैत्री भाव की इससे अनूठी मिसाल कोई और नहीं हो सकती। हम सबको अपने जीवन में इसी मैत्री भाव को अपनाना चाहिए।
संघ के अध्यक्ष नारायणलाल परिहार ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान विशेष रूप से सजाई गयी विभिन्न झांकियों में श्री आईमाता की झांकी ने श्रद्धालुओें का मन मोह लिया। कथा शुरू होने से पहले महिला मंडल की महिलाओं द्वारा भजन-कीर्तन प्रस्तुत किया गया। इसके साथ ही रविवार को बाल संस्कार शिविर का विशेष कार्यक्रम भी हुआ, जिसमें करीब 230 बच्चों ने भाग लिया।
संघ के सहसचिव जुगराज चोयल ने बताया कि सभी बच्चों को सीरवी सेवा संघ की ओर से पुरस्कार भी प्रदान किया गया। नवरात्रि महोत्सव का बच्चे, महिलाएं एवं गैर मंडल आदि सभी गरबा, डांडिया, भक्ति कार्यक्रमों के तहत आनन्द उठा रहे हैं।