पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज नीतीश कुमार के साथ सरकार बनाने की बात से साफ इंकार किया और कहा कि जातिगत जनगणना पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता नौटंकी कर रहे हैं, यदि वह मुख्यमंत्री होते तो सर्वदलीय बैठक बुलाने की बजाय सीधे इसकी घोषणा करते।
यादव ने शनिवार को यहां कहा कि जातिगत जनगणना का मुद्दा नीतीश कुमार के एजेंडे में कभी था ही नहीं। सबसे पहले इसकी मांग श्री लालू प्रसाद यादव ने की थी। उनके दबाव की वजह से ही बिहार विधानसभा से जातिगत जनगणना का प्रस्ताव दो-दो बार पारित हुआ, जिसका भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समेत अन्य दलों ने समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना के मसले को वर्तमान स्थिति तक श्री लालू प्रसाद यादव ही लेकर आये हैं। यह उनके ही संघर्ष का नतीजा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस मुद्दे पर जदयू के नेता सिर्फ नौटंकी कर रहे हैं । सरकार भी टालमटोल की नीति अपना रही है। सर्वदलीय बैठक के बहाने मुद्दे को उलझाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसी बैठक की अब कोई जरूरत ही नहीं है। विधानसभा से जब सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर दिया गया तो सर्वदलीय बैठक बुलाने का कोई औचित्य ही नहीं है । उन्हें तो अब राज्य सरकार की तरफ से इस संबंध में आदेश देना चाहिए।