बेंगलूरु। सीरवी समाज एसएचआर लेआऊट बडेर भवन परिसर में रविवार को सुबह बच्चों बालक बालिकाओं के लिए बाल संस्कार ज्ञान शाला व योग शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में बच्चों, महिलाओं व अभिभावकों ने भाग लिया। राजेंद्र ने बच्चों को सही जीवन शैली जीने की कला व्यक्तित्व निर्माण, संस्कारों को जीवन में उपयोगिता एवं महत्व को बताने वाले विभिन्न शिक्षा सूत्रों के माध्यम से योग पौराणिक शास्त्र व संस्कृत श्लोक का प्रशिक्षण दिया। योग की शुरुआत सरस्वती वंदना व आईमातजी आरती से हुई। बच्चों को व्रजासन, सिद्धासन, वक्रासन, गोमुखासन, शवासन, भुजंगासन सहित कई प्रकार के योगाभ्यास सिखाया।
जिगनी बडेर भवन में बाल संस्कार व योग शिविर का हुआ आयोजन
राजेंद्र ने बताया की यदि बच्चे नियमित रूप से योग करने का अभ्यास शुरू कर दें तो उनमें तेजी से शारीरिक भावनात्मक और मानसिक विकास होने में मदद मिलती है। उपाध्यक्ष भूण्डाराम हाम्बड, सचिव लक्ष्मणराम आगलेचा सहसचिव केनाराम, छेलाराम, कोषाध्यक्ष भंवरलाल बर्फा,सह-कोषाध्यक्ष बाबूलाल सोलंकी नेमाराम परिहारिया, जगाराम परिहारिया, गेनाराम सैणचा, बोहराराम पवार, मांगीलाल सोलंकी, थानाराम काग व नवयुवक मंडल अध्यक्ष महेंद्र राठौड़, सचिव मदनलाल राठौड़ सहित नवयुवक मण्डल व महिला मंडल के अनेक सदस्य उपस्थित थे।